अलीबाबा का शेयर पहले दिन 7.7% चढ़ा, आईपीओ से 11.3 अरब डॉलर जुटाए थे

 अलीबाबा का शेयर मंगलवार को हॉन्गकॉन्ग के बाजार में लिस्ट हुआ। इश्यू प्राइस (176 हॉन्गकॉन्ग डॉलर) के मुकाबले शेयर 7.7% चढ़कर (189.50 हॉन्गकॉन्ग डॉलर) तक पहुंचा। आईपीओ के जरिए अलीबाबा ने 11.3 अरब डॉलर (अमेरिकी) जुटाए थे। यह इस साल दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ रहा। अलीबाबा का आईपीओ हॉन्गकॉन्ग में पूरी तरह सब्सक्राइब होना और लिस्टिंग के दिन इसमें तेजी आना इसलिए अहम है क्योंकि, वहां पिछले 6 महीने से सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। इससे व्यापारिक गतिविधियां भी प्रभावित हो रही हैं।


अब तक के सबसे बड़े आईपीओ का रिकॉर्ड भी अलीबाबा के नाम
अलीबाबा अमेरिकी शेयर बाजार में पहले से लिस्टेड है। कंपनी 2014 में वहां आईपीओ से 25 अरब डॉलर जुटाए थे। ये दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। उस वक्त भी हॉन्गकॉन्ग में ही शेयर लिस्ट करवाने की योजना थी, लेकिन किसी वजह से मंजूरी नहीं मिल पाई थी। अलीबाबा के सीईओ डेनियल झेंग ने हॉन्गकॉन्ग के शेयर बाजार रेग्युलेटर्स का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में शेयर बाजार में सुधारों और इनोवेशन से हमारे लिए अब हॉन्गकॉन्ग में लिस्टिंग संभव हो पाई।


अलीबाबा अगले 30 दिन में और शेयर जारी करने का विकल्प (ओवर अलॉटमेंट ऑप्शन) चुनती है तो हॉन्गकॉन्ग के आईपीओ का वैल्यूएशन 12.9 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। कंपनी ने आईपीओ के प्रोस्पेक्टस में कहा था कि शेयर बिक्री से मिलने वाली रकम से ऑनलाइन डिलीवरी में निवेश बढ़ाया जाएगा। साथ ही लोकल सर्विसेज प्लेटफॉर्म ईलडॉटमी और ऑनलाइन ट्रैवल ग्रुप फ्लिगी पर भी रकम खर्च की जाएगी।